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Showing posts from April, 2023

खाज्या_नायक आदिवासी चेतना के पहले प्रखर योद्धा

 #खाज्या_नायक आदिवासी चेतना के पहले प्रखर योद्धा शहादत दिवस पर कोटि कोटि नमन जोहार । क्राँतिकारी - खाज्या नायक निमाड़ क्षेत्र के सांगली ग्राम निवासी  गुमान नायक के पुत्र थे जो सन् 1833 में पिता गुमान नायक की मृत्यु के बाद सेंधवा घाट के नायक बने थे। उस इलाके में कैप्टन मॉरिस ने विद्रोही भीलों के विरूद्ध एक अभियान छेड़ा था जिसमें खाज्या नायक ने सहयोग दिया था जिसमें खाज्या नायक को ईनाम दिया गया था। बाद में 1 खाज्या को निलंबित कर दिया था यहीं से खाज्या का जीवन पलटा और उसने दो सौ आदिवासी लोगों का एक दल बना लिया था। एक हत्या के जुर्म में 1850 में ब्रिटिश सरकार ने उसे बंदी बना लिया और 10 साल की सजा दी गई। किन्तु 1856 में उसे छोड़ दिया गया और फिर वार्डन के लिए नौकरी दी गई किन्तु खाज्या ने नौकरी छोड़ दी और स्वतंत्रता आन्दोलन में कूद पड़ा। खाज्या की भूमिका - खाज्या नायक आदिवासी चेतना का पहला प्रखर योद्धा थे जिन्होंने अंग्रेजों से सीधे युद्ध किया था। सन् 1807 की क्राँति में जिसने बड़वानी क्षेत्र के भीलों की बागडोर संभाली। सन् 1857 के महासंग्राम के कुछ समय पूर्व से ही खाज्या नायक क्राँति महानायक तात्या

14 एप्रिल डॉ.बाबासाहेबांच्या जयंती / Dr.babasaheb jaynati

 "काही माणसांना आपले वाढदिवस साजरे झालेले आवडतील.माझा वाढदिवस साजरा झालेला मला आवडत नाही. म्हणून मी तरुणांना भगवान बुद्धांचा वाढदिवस साजरा करण्यास सांगितले....बौद्ध धर्म जातीविरहित एकजीनसी समाज रचनेचा पुरस्कार करतो, तर हिंदू धर्म जातीवरच मुख्य अधिष्ठान ठेवतो. "(नवी दिल्ली २ मे. 1950)*  मित्रांनो,आता 14 एप्रिल डॉ.बाबासाहेबांच्या जयंतीची आम्ही तयारी करीत आहोत,मग त्यानिमित्ताने सभा व वर्गणी गोळा करण्याचे आमचे काम चालू झाले असेल.संपूर्ण भारतात 6लाख गावामध्ये बाबासाहेबांची जयंती साजरी केली जाते,एक गावाची सरासरी वर्गणी जर रु 10000/-पकडली तर 6लाख गावाची वर्गणी किती?600000×10000=6000000000/-म्हणजे 6 अब्ज,आणि एवढा प्रचंड पैसा आम्ही बाबासाहेबांच्या जयंती निमित्त आनंद,जल्लोष करण्याकरिता,DJ लावून नाचण्याकरिता,मिरवणुका काढून ,कपाळाला नीळ लावून,दारू ढोसून नाचण्यावर घालवतो. *"चंदे का धंधा बंद करो"* एका शहरांमध्ये एकाच ठिकाणी सगळ्यांनी जमायचं आपला संघ दाखवायचा आहे.संघ/संख्या, ताकत/शक्ती  दाखवायची आहे. एक गाव एकच मिरवणूक काढा भले तुम्ही नंतर किंवा आधी आपल्या आपल्या वार्डामध्ये कार्य

गोंडवाना का हतिहास / History of Gondwana

  गोंडवाना एक अतिमहाद्वीप है जो नियोप्रोटेरोज़ोइक (लगभग 1 बिलियन वर्ष पूर्व) से प्रारंभिक सेनोज़ोइक (लगभग 50 मिलियन वर्ष पूर्व) तक अस्तित्व में था। इसमें वर्तमान दक्षिण अमेरिका, अफ्रीका, अंटार्कटिका, भारत, ऑस्ट्रेलिया और कुछ छोटे भूभाग शामिल थे। गोंडवाना के गठन का पता रोडिनिया नामक एक बड़े सुपरकॉन्टिनेंट के टूटने से लगाया जा सकता है, जो लगभग 750 मिलियन वर्ष पहले शुरू हुआ था। लगभग 550 मिलियन वर्ष पहले, भू-भाग जो अंततः दक्षिण अमेरिका, अफ्रीका, अंटार्कटिका और ऑस्ट्रेलिया बन गए, एक प्रोटो-गोंडवाना बनाने के लिए एक साथ आने लगे। अगले कुछ सौ मिलियन वर्षों में, भारत और मेडागास्कर सहित अन्य भूभाग महाद्वीप में शामिल हो गए। लगभग 180 मिलियन वर्ष पहले जुरासिक काल के दौरान गोंडवाना अपने चरम आकार और भौगोलिक विस्तार पर पहुंच गया था। क्रेटेशियस अवधि के दौरान, लगभग 100 मिलियन वर्ष पहले, गोंडवाना का टूटना शुरू हुआ। भारत मेडागास्कर और अफ्रीका से अलग होकर उत्तर की ओर बढ़ने लगा, अंतत: एशिया से टकराकर हिमालय का निर्माण हुआ। अंटार्कटिका और ऑस्ट्रेलिया भी इस समय के दौरान अलग होने लगे और क्रेटेशियस काल के अ

About tribal community in india

 India is a diverse country with a rich cultural heritage. The country has a significant number of tribal communities, who have their unique cultural, social, and economic practices. These tribal communities are found in different parts of the country and are an integral part of India's social fabric. In this essay, we will explore the various aspects of the tribal communities in India. The tribal communities in India are estimated to be around 104 million, which is roughly 8.6% of India's population. These tribal communities are spread across different states in India, with the majority of them living in central, eastern, and northeastern India. The tribal communities in India have their unique culture, traditions, and social practices, which are different from the mainstream Indian society. The tribal communities in India have been living in harmony with nature for centuries. These communities have a close relationship with the environment and have a deep understanding of the

“जोहार” का अर्थ (Johar Meaning)

“जोहार” का अर्थ (Johar Meaning) “सबका कल्याण करने वाली प्रकृति की जय” हैं। इस तरह “जोहार” का अर्थ हुआ – “सबका कल्याण करने वाली प्रकृति की जय” अर्थात “प्रकृति के प्रति संपूर्ण समर्पण का भाव ही जोहार है“।           जोहार

आदिवासी शायरी

गरज उठे गगन सारा, समुद्र छोड़ें अपना किनारा, हिल जाए जहान सारा, जब गूंजे जय जोहार का नारा 

राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय आदिवासी मिशन स्थापना दिवस समारोह

🙏 *आदरणीय, सम्माननीय भारत देश के आदिवासी,* *राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय आदिवासी मिशन स्थापना दिवस समारोह के मौके पर दिनांक 2 अप्रैल 2023 दिन रविवार को जिला मुख्यालय सिवनी पोलिटेकनिक कॉलेज ग्राउंड भारत देश के सबसे सीनियर नेता, सबसे अनुभवी नेता माननीय शरद पवार साहब, झारखण्ड के मुख्यमंत्री माननीय हेमंत सोरेन साहब, मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री माननीय कमलनाथ साहब, पूर्व मुख्यमंत्री माननीय दिग्विजय सिंह साहब, पूर्व उप मुख्यमंत्री छगन भुजबल साहब राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय मिशन आदिवासी बचाओ आंदोलन बिरसा ब्रिगेड के संस्थापक, माननीय इंजीनियर, आधुनिक बिरसा सतीश पेंदाम साहब, भारत देश के प्रत्येक संगठन के सच्चे इमानदार, समझदार, जवाबदार पदाधिकारी और आदिवासी समाज, ओ. बी. सी. समाज और दलित समाज के इमानदार, समझदार, जवाबदार व्यक्ति शामिल होने वाले हैं। अतः आप सभी आदरणीय सम्माननीय साथियों से हाथ🙏 जोड़कर विनती है कि आप यह सामाजिक आमंत्रण को स्वीकार करते हुए इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए तन, मन, धन से सहयोग करें।* *हमारी आखिरी पीढ़ी द्वारा आखिरी पीढ़ी को बचाने व जिंद